चूत और लंड की आवाज से माहौल सेक्सी होता जा रहा था. कमरे में फच्च फच्च की आवाज गूंज रही थी. स्नेहा की सेक्सी कामुक सिसकारियां सुनकर मुझे भी जोश चढ़ने लगा और मैं पूरी ताकत से लंड को उसकी चूत के अन्दर बाहर करने लगा. तभी स्नेहा अकड़ने लगी और बोली- और जोर से बेबी … और दम लगाओ. मैं बोला- चोद तो रहा हूँ भोसड़ी की … ले और ले रंडी. उसे गाली सुनकर और जोश चढ़ने लगा. वो कहने लगी- आह बेबी फाड़ दो मेरी चूत को … आह आज इसका भोसड़ा बना दो. मैं भी बोला- ले रंडी … ले तेरी मां की चूत मारूं … और ले साली. मैंने लंड को उसकी जड़ तक पेल दिया. हम दोनों गाली देकर चुदाई करने लगे. तभी स्नेहा का शरीर ऐंठने लगा और वो मेरी पीठ Pročitajte više